जिसका कोई नही उसका ख़ुदा है Jiska Koi Nahi Uska Khuda Hai
जिसका कोई नही उसका ख़ुदा है
क्यों है तू टूटा-टूटा
सबसे तन्हा, जुदा-जुदा,
क्यूँ हैरान, है परेशान
निकाल मन का ग़ुबार
बता तेरा मुद्दा क्या है
जिसका कोई नही उसका ख़ुदा है।
माना ताने झकझोर देते है
गलत दिशा की और मोड़ देते है
जीवन की आश लोग
न जाने क्यों छोड़ देते है,
ऐसी गंभीर परिस्थितियोँ को,
पहले कहना अलविदा है
जिसका कोई नही उसका ख़ुदा है।
क्या पड़ा रोने-धोने में
क्यों दुबका पड़ा कोने में
ईश्वर ने बेहतर ही लिखा है
किस्मत में तेरी,अच्छा ही गुदा है
जिसका कोई नही उसका ख़ुदा है।
माना आज गरम हवा के थपेड़े
तुझको है आगोश में लपेटे
आज कमतर तो कल बेहतर भी होगा
हमेशा नहीं रहने वाला ये मौसम
दुख के बादल अब जल्द ही विदा है
जिसका कोई नही उसका ख़ुदा है।
संघर्ष के साथ मुश्किलें अगिनित
साहसी का ही ईश्वर साथ देते
ये पूरा पक्का गणित हैना घबरा, तनिक भी डर मत
निराश ना हो, दुगनी मेहनत कर
विश्वास रख, इस दुनियाँ में
तू ही सबसे जुदा है
जिसका कोई नही उसका ख़ुदा है।
आज फर्श , कल अर्श भी है
अपकर्ष है तो उत्कर्ष भी है
जो मिलेगा सहर्ष मिलेगा
धैर्य रख , पक्का वादा है
जिसका कोई नही उसका ख़ुदा है।
- सौरभ गोस्वामी
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