मैं ख़ुश कैसे रहूँ - Main Khush Kaise Rahun

मैं ख़ुश कैसे रहूँ - Main Khush Kaise Rahun


 मैं ख़ुश कैसे रहूँ 


मैं ख़ुश कैसे रहूँ 
मैं ख़ुश कैसे रहूँ 
रोज रोज केवल 
राग न अलापे 
न ही इसे खोज़ने 
गूगल में छापे 
ख़ुश रहना हमारा स्वभाव है 
इसे अपने आप में ही तलाशें 
दुःख सब के साथ बांटें 
अकेले दुखी होकर के
जीवन यूँ न काटें 
अपने हालातों से 
न पस्त रहें 
अपनी भावनाओं को भी 
कभी व्यक्त करें
अपने काम में 
इस क़दर व्यस्त रहें 
मस्त रहे, स्वस्थ रहे
कभी जीवन से हारकर 
खुदखुशी न करें 
केवल और केवल 
खुद में ख़ुशी करे 
अपने आप को कभी 
ऐसी सज़ा न दे 
काम ऐसा करे 
जो खुद को मज़ा दे 
अपने आप पर 
बेहद भरोसा रखे 
खुद को समय दें 
बोरिंग ज़िंदगी को 
नए आयाम दें 
नई रफ़्तार के साथ 
एक अच्छी लय दें 
परिवर्तन प्रकृति का 
मूलभूत नियम है 
नहीं बदले तो
न हम है 
न ही तुम हो 
केवल यम है 
रिश्तों में कष्ट न रहें 
रिश्तों में स्पष्ट रहें 
दूसरों से जलना छोड़े 
तुलना भी करना छोड़े 
सदैव रचनात्मक रहें 
नई चीजें ट्राई करें 
हमेशा सकरात्मक रहें 
भेज़ा न फ्राई रखें 
खुद से और 
सब से प्यार करें 
खुद ही खुद से 
इज़हार करें 
आईने के सामने 
खड़े होकर के 
खुद को निहारें 
सोचें दिनभर में 
क्या गलत किया 
उसे फिर न दोहराऐं 
अपनी भूल सुधारें  
पुरानी यादों को याद कर
कोई किस्सा चुनें 
हर छोटी-छोटी बातों में 
खुशियों का हिस्सा बनें 
रात में जल्दी सोएं 
सुबह जल्दी उठें 
दोस्तों के साथ 
नित्य सैर करें 
खुद की केयर करें 
एक स्वस्थ शरीर में 
एक प्रसन्न मन होता है 
खुश रहने से सुखमय 
जीवन होता है 
जिस से मन मिले 
उसके साथ रहे 
अपने मन की बात 
उस से बेफ़िक्र कहें 
अच्छी किताबें और 
अच्छा साहित्य पढ़ें 
एक बेहद अच्छी 
विचारधारा में ढलें 
खुश रहें, परहित करें 
परिवार को समय दें 
ये हमारी ताकत होता 
मुश्किल वक्त में ये ही 
सम्बल और हिम्मत देता 
बच्चों में अपना 
बचपन देखें
बच्चों के साथ 
बच्चा बन खेले
आप भी ख़ुश रहें 
उनके दिल को भी 
ख़ुशी मिले 
ख़ुशी ही है जीवन
जीवन का भरपूर 
आनंद ले लें
पुरानी बातों को याद कर 
मंद-मंद मुस्कुराएँ
जिस दिन आप 
बहुत ख़ुश थे
वो पल वहाँ से 
चुरा कर ले आयें
कैद कर ले उस पल को 
पल वो कहीं खो ना जाए
एक गहरी श्वांस ले
और चैन से सो जाएं
उन सुनहरी यादों के
सपनों में कहीं खो जाएं
देखने में ये 
छोटे-मोटे मौके है
खुश रहने के पर 
ये ही सफल तरीक़े हैं
और भी तरीके होंगे कई
सोच  सकते है 
सब अपने -अपने 
हिसाब से ख़ोज सकते है 


                    - सौरभ गोस्वामी





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