सुरक्षा का आधार - हमारा परिवार - Suraksha Ka Aadhar-Hamara Pariwar

 

सुरक्षा का आधार - हमारा परिवार 


सुख का साधन 
सुरक्षा का आधार 
हमारा परिवार 
अपना घर-संसार 
मनुष्य की
पहली पाठशाला
जीवन का ज्ञान देती 
लाइव कार्यशाला 
इसके बल पर ही 
मनुष्य छोटे से 
बड़ा होता है 
कोई भी संकट आये 
पीछे उसके, परिवार 
हरदम खड़ा होता है 
चरित्र निर्माण की 
ये अद्भुत फैक्ट्री है
हर पल, हर समय 
ऊर्जा देती ये
अक्षुण बैटरी है        
जरुरत के वक्त 
परिवार का कांधा 
बहुत काम आता है 
ये साथ तो 
सुख दुगना 
दुःख हो जाता 
आधा है 
सफल वो नहीं जिसने
पैसों को साध रखा है 
सफल तो वो है जिसने 
पैसोँ से पहले अपने 
परिवार को रखा है 
परिवार, मनुष्य 
खुद नहीं चुनता 
बुनता, उसके लिए 
स्वयं भगवान है 
परिवार से है वज़ूद 
और गुरुर इंसान का 
इसके बगैर केवल 
अकेला अदना सा 
एक इंसान है 
एक अच्छे और ख़ुशहाल 
परिवार का ये 
भाव होता है 
ऊपर से चाहे
लाख मतभेद हों 
अंदर से आपसी 
एकता, सम्मान
परस्पर लगाव होता है 
परिवार साथ तो 
नहीं हो सकती कोई 
नापाक हिमाकत है 
परिवार ही 
अपनी हिम्मत 
परिवार ही 
अपनी ताकत है 
एक ख़ुशहाल परिवार होना 
और उसका प्यार पाना 
ईश्वर का आशीर्वाद होता है
न कोई परिवार से पहले 
न कोई परिवार के 
बाद होता है 
परिवार को ख़ुश देखना 
अहसास ये अद्भुत 
सुखद होता है 
परिवार हमारी कमज़ोरी 
परिवार ही हमारी 
ताकत होता है 
पर कुछ लोग है 
जो परिवार को 
कम आंकते है 
परिवार से ज्यादा 
वो बाहर की ओर 
तांकते-झाँकते  है 
लगे बात मीठी बाहर 
परिवार की सीख खारी 
मतलबी दुनियाँ की 
आपसे कैसी यारी 
हो जाओ सजग 
ये पतन की है तैयारी 
ये वो मूल है
जिसमे खुशियों का 
ब्याज अपार कहीं
परिवार में रिश्ते फलते
साजिश, खेल व्यापार नही
परिवार तो वो जड़ है 
जो जड़ को 
चेतन करता है
सारे सुख देकर 
ख़ुशियों से सबकी 
झोली भरता है 
हर विषय का 
ज्ञान नहीं मिलता 
मत रहिये चिपके
मोबाइल लेकर हाथ,
कुछ तो समय बिताइये 
अपने परिवार के साथ 
परिवार मजबूरी नहीं 
सबके लिए जरुरी है 
इसके बिना समाज की 
कल्पना अधूरी है 
एक आदर्श परिवार ही 
समाज और देश की धुरी है।


                        - सौरभ गोस्वामी




1 टिप्पणी:

Blogger द्वारा संचालित.