मेहनत अपना इक्का है -Mehnat Apna Ikka Hai

 

मेहनत अपना इक्का है  Mehnat Apna Ikka Hai, Tu Karta Rah Mehnat, Mehnat ka arth

मेहनत अपना इक्का है


किस्मत का भरम मत कर
जी तोड़ करम कर, श्रम कर
मेहनत का कोई तोड़ नहीं
सफलता का जोड़ यही
मेहनत मात्र विकल्प है
कर ले तो, काया-कल्प
नहीं तो सुख अल्प है
सबसे बड़ी पूंजी है
यही सफलता की कुंजी है
प्रेरणा करती श्रम को आगे है
कतराते इस से जो, अभागे है
जब भाग्य खोटा सिक्का है
तो मेहनत ही अपना इक्का है
शायद कड़ी मेहनत से ही
सब कुछ पाना लिखा है
पसीने की गाढ़ी स्याही से
कामयाब इबारत खुद लिख
सांसारिक महाभारत समर में
कौरवों विरुद्ध अर्जुन सा दिख
अपने आलसरूपी शत्रु को
तुरंत ख़त्म कर, श्रम कर
जिस -जिस पर जग हँसा है
उसने इतिहास रचा है
भाग्य से उतना ही मिलेगा
जितना तकदीर में लिखा है
मेहनत से पा सकते है असीम
ख़ुदा को भी करना होगा तक़सीम
मेहनत के फूल जब खिलाओगे
अपने जीवन को महका जाओगे
सफलता अपने पास खड़ी पाओगे
सफलता इसी लिए सबसे जुदा है
क्योकि वो परिश्रमी पर फ़िदा है
मत डर, डर मत तू एक इंसान है
अपनी शक्तियों से अनजान है
बेरंग जिंदगी भी कभी तंग आएगी
मेहनत ही तेरी जिंदगी में रंग लाएगी
परिश्रमी की कभी हार नहीं होती
बिना इसके जीवन नैया पार नहीं होती
कड़ी मेहनत से, कामयाबी बड़ी
सफल लोगों के पीछे दुनियां खड़ी
सफलता एक हथियार है
बिन छुए, विरोधी पर वार है
बिन मेहनत दाल नहीं गलती
इसी से सफलता लम्बी चलती
जो करते है मेहनत पर यकीं
उनके ज़ेहन में किस्मत नहीं
ख़ुदा ने किस्मत से पहले
मेहनत लाई होगी
यूं ही नहीं लकीरों से पहले
उँगलियाँ बनाई होगी।

 

                         - सौरभ गोस्वामी


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